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‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ आंदोलन से भारतीय रेलवे को हुआ 259 करोड़ का नुकसान : रेल मंत्री

भारत सरकार की क्रन्तिकारी ‘अग्निपथ’ योजना के विरुद्ध आंदोलन और विरोध प्रदर्शन के कारण 62 स्थानों पर रेलगाड़ी सेवाएं प्रभावित हुई थी। आंदोलन से भारतीय रेलवे को 259.44 करोड रुपये की हानि हुई थी।रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि अग्निपथ योजना के विरुद्ध आंदोलन और विरोध प्रदर्शन के कारण 62 स्थानों पर रेलगाड़ी सेवाएं प्रभावित हुई थी। 15 से 23 जून के बीच कुल 2132 रेलगाड़ियों को रद्द किया गया था।

आंदोलनों से होने वाली सार्वजनिक अव्यवस्था जैसा अग्निपथ योजना के आरंभ से हुआ, के कारण रेलगाड़ी सेवाओं के बाधित होने पर यात्रियों को वापस की गई धनराशि से संबंधित आंकड़े अलग से नहीं रखे जाते हैं। 14 से 30 जून तक की अवधि के दौरान रेलगाड़ियों के रद्द होने के कारण लगभग 102.96 करोड़ रुपये की कुल धनराशि वापस की गई थी और अग्निपथ योजना के विरुद्ध आंदोलनों में रेलवे परिसंपत्तियों के नुकसान अथवा विनाश के कारण 259.44 करोड रुपये की हानि हुई थी।

क्या हे अग्निपथ योजना के लाभ,

अग्निपथ योजना के खिलाफ व्यापक विरोध के चलते, केंद्र ने संकेत दिया कि वह अपने अर्धसैनिक बलों में 10% रिक्तियों को आरक्षित करने और अग्निपथ सेवानिवृत्त लोगों के लिए रक्षा मंत्रालय सहित कई प्रोत्साहनों की घोषणा करके अपने निर्णय के बारे में कितना तपस्वी है. इसने यह समझाने के लिए एक इंटरेक्टिव चार्ट भी साझा किया कि सेवानिवृत्त अग्निवीरों के लिए भविष्य में क्या-क्या लाभ होंगे.

-अग्निपथ सेवानिवृत्त लोगों को अपना नया जीवन शुरू करने या आगे की शिक्षा के लिए धन का उपयोग करने के लिए ₹12 लाख मिलेंगे.
-जो लोग उद्यमी बनना चाहते हैं उन्हें बिजनेस लोन लेने में सरकार से मदद मिलेगी.
-जो आगे पढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें 12वीं कक्षा के समकक्ष सर्टिफिकेट मिलेगा. आगे की पढ़ाई के लिए सरकार ब्रिजिंग कोर्स की भी व्यवस्था करेगी.
-अगर वे इस तरह का करियर चुनते हैं तो उन्हें CAPF, असम राइफल्स और पुलिस भर्ती में भी प्राथमिकता मिलेगी
-आईटी, सुरक्षा और इंजीनियरिंग क्षेत्र भी सेवानिवृत्त अग्निशामकों को प्राथमिकता दी जायेगी

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